Description
कुछ अलग…..
चलो एक सफर पर चलते है, और साथी जब आप है तो यकीनन यह सफर मजेदार होगा । और हाँ ये सफर लंबा होगा, तो साथ में अहसास, ख्वाहिशें, नाराजगी, बेचैनी, अरमान सब थोड़ा थोड़ा समेट कर अपने साथ रखेंगे, जिनका थोड़ा थोड़ा इस्तेमाल ख्यालों को बांटते समय करते रहेंगे, और यकीन दिलाता हूँ कि सचमूच यह सफर मजेदार लगेगा ।
कहते है शब्दों में वजन हो तो कही गई बात वजनदार हो जाती है , अर्थपूर्ण हो जाती है । शब्दों में वजन तभी आता है जब चयन किये शब्द अर्थपूर्ण हो ।
कविताएं और कहानियाँ लिखना बिलकुल वैसा है जैसे चित्रकार अपनी कल्पना से चित्र बनाता है, फिल्मकार फिल्म बनाता है । यह सारे कला प्रदर्शन के प्रकार है । कभी कभी इनमें सत्य घटनाओं के अनुभव भी शामिल होते है ।
मैंने भी अभी तक किये जीवन के इस सफर के दरमियान कई अनुभव किये । अलग अलग तरह की भावनाएँ, जगहें, लोग मिले, देखे, उन्ही अनुभवों को यहाँ पर उकेरा है । इस कविता संग्रह में कल्पना भी भरपूर है ।
अभी तो यह सफर शुरू हुआ है ‘कुछ अलग’ तो शुरुआत है, अभी सफर जारी है ।
आशा है ऐसे ही कविताओं और कहानियों के माध्यम से हम मिलते रहेंगे ।